Koshika Kee Paribhasha: कोशिका- जीवन की आधारभूत इकाई

Koshika Kee Paribhasha

ऑफिसियल वेबसाइट पर जाने के लिए यहाँ क्लिक करें 

Koshika Kee Paribhasha: कोशिका की परिभाषा

कोशिका, जिसे हम सभी जीवन का आधार मानते हैं, वह सबसे छोटी इकाई है जो जीवों के निर्माण में सहायक होती है। कोशिकाएँ विभिन्न आकार, प्रकार और कार्यों में होती हैं और वे जीवन के हर रूप की मूलभूत संरचना होती हैं। हर जीवित प्राणी एक या अधिक कोशिकाओं से बना होता है, जो एक साथ मिलकर जीव का गठन करती हैं।

पिछला आर्टिकल पढने के लिए यहाँ क्लिक करें 

कोशिकाओं के प्रकार

मुख्यतः कोशिकाएँ दो प्रकार की होती हैं: प्रोकैरियोटिक और यूकैरियोटिक। प्रोकैरियोटिक कोशिकाएँ साधारण और बिना नाभिक की होती हैं, जबकि यूकैरियोटिक कोशिकाएँ जटिल और नाभिक वाली होती हैं। इन्हीं के माध्यम से हम विभिन्न जीवों की भिन्नता को समझ सकते हैं। उदाहरण के लिए, बैक्टीरिया प्रोकैरियोटिक हैं, जबकि मानव की कोशिकाएँ यूकैरियोटिक हैं।

कोशिका का महत्व

कोशिका जीवन के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है क्योंकि यह पोषण, वृद्धि और विकास में महत्वपूर्ण रोल अदा करती है। कोशिकाओं के विभिन्न प्रकार अपनी-अपनी विशेषताओं के अनुसार कार्य करते हैं, जैसे कि पेशी कोशिकाएँ संकोचन में मदद करती हैं और तंत्रिका कोशिकाएँ संवेदी जानकारी का प्रसारित करती हैं। कोशिकाओं की अनियमितता से कई बिमारियाँ उत्पन्न हो सकती हैं, जो जीवन के लिए खतरा बन सकती हैं। इसलिए, कोशिका अध्ययन और अनुसंधान बेहद महत्वपूर्ण है।

Koshika Kee Paribhasha