हिमालय क्षेत्र और प्रायद्वीपीय भारत में भूस्खलन के कारणों में क्या अंतर हैं?

परिचय: भारत देश में भूस्खलन के अनेक कारन हो सकते हैं, जैसे – जैसे मनुष्य के रहन -सहन हो रहे हैं इन सभी के परिणाम सरूप प्राकृत अपना सन्देश भूस्खलन के माध्यम से दे रहे हैं, मनुष्य तुम समय के साथ सभल जाओं.

मुख्य भाग: मनुष्य अपना रहन – सहन दिन प्रतिदिन प्राकृत के विरुद्ध काम कर रहे हैं, उदाहारण सरूप मानव अपने यात्रा के सुगम मार्ग बनाने के लिए अनेक पहारों को काट कर रास्ता बना रहे हैं. वह पहारों के अन्दर रास्ता बना कर अपना समय बचा रहा हैं जो प्राकृत के विरुद्ध हैं

निष्कर्ष: अतः मनुष्य को चाहिए कि अपने सुख सुविधा के लिए प्राकृत के साथ छेर – छार न करें, यदि मानव को अपने सुख सुविधा की जरुरत हैं तो, वह ऐसा काम करें ताकि प्राकृत को कोइ हानी न हो पाए, यदि कहीं रास्ता भी बनाना हैं तो वह पहार के साइड से रास्ता बना ले