हेल्लों दोस्तों नमस्कार, आज हम आप को Hamari Duniya2 Class 7 से जूरी सारी जानकारी देने वाले हैं, इसलिए आप इसे पूरा जरुर पढ़े ताकि आप के सभी प्रश्नों का उत्तर मिल जाए, तो चलिए शुरू करते हैं-
Hamari Duniya2 Class 7, 2023
कक्षा- 7 हमारी दुनिया, भाग- 2, चट्टान एवं खनिज
Question- इनमें रूपांतरित चट्टान(Rock) कौन है?
(क) बेसाल्ट (ख) चूना पत्थर (ग) संगमरमर (घ) ग्रेनाइट
Ans- (घ) ग्रेनाइट
भारत में भी यह प्रचुरता से मिलता है। मैसूर, उत्तर आरकट, मद्रास, राजपूताना, सलेम, बुंदेलखंड और सिंहभूमि में पर्याप्त प्राप्त होता है।
तमिलनाडु के तंजावुर नगर में स्थित वृहदेश्वर मंदिर विश्व का पहला ऐसा मंदिर है जो ग्रेनाइट पत्थर से बनाया गया है।
Question- बेसाल्ट किस प्रकार की चट्टान(Rock) है?
(क) अवसादी (ख) आग्नेय (ग) कायांतरित (घ) परतदार
Answer- (ख) आग्नेय
आग्नेय चट्टानें पिघले हुए चट्टानी पदार्थ के ठंढे होकर जम जाने से बनती हैं।
- i. 3. चट्टानों के रुपान्तरण में किसका योगदान होता है?
(क) तापमान (ख) दबाव (ग) रासायनिक द्रव्य (घ) उपयुक्त सभी
Ans- (घ) उपयुक्त सभी
- (क) जो चट्टान ज्वालामुखी से निकले लावा के ठंडा होने से बनती है …………….चट्टानें कहलाती हैं |
Ans- आग्नेय
- (ख) जिन चट्टानों में परत पायी जाती है उन्हें ………………..चट्टानें कहते हैं |
Ans- परतदार
- (ग) ज्वालामुखी से निकला गर्म पदार्ध …………………….कहलाता है |
Ans- लावा
- (घ) अत्यधिक ……….एवं ……………..के कारण चट्टानों के लक्षण बदल जाते हैं |
Ans- निचे
ताप और दाब
iii. सही मिलान कर लिखिए |
- सेंधा नामक (क) आग्नेय चट्टान
- ग्रेनाइट (ख) अवसादी चट्टान
- संगमरमर (ग) रूपांतरित चट्टान
Ans- निचे
सेंधा नमक अवसादी
ग्रेनाइट आग्नेय चट्टान(Rock)
संगमरमर रूपांतरित चट्टान
Question- चट्टान किसे कहते हैं? उदाहरण के साथ स्पष्ट कीजिए |
Answer- पृथ्वी की ऊपरी परत या भू-पटल (क्रस्ट) में मिलने वाले पदार्थ चाहे वे ग्रेनाइट तथा बालुका पत्थर की भांति कठोर प्रकृति के हो या चाक या रेत की भांति कोमल; चाक एवं लाइमस्टोन की भांति प्रवेश्य हों या स्लेट की भांति अप्रवेश्य हों, चट्टान अथवा शैल (रॉक) कहे जाते हैं। इनकी रचना विभिन्न प्रकार के खनिजों का सम्मिश्रण हैं। चट्टान कई बार केवल एक ही खनिज द्वारा निर्मित होती है
Question- चट्टानों का रुपान्तरण कैसे होता है? स्पष्ट कीजिए |
Answer- चट्टानों में रूपांतरण शीघ्रता से तथा धीरे-धीरे भी हो सकता है।
इनका विवरण इस प्रकार है,
ताप(Heate)- . …
दबाव (Compression)- अत्यधिक दबाव के कारण नीचे स्थित चट्टानों में रूपांतरण हो जाता है। …
घोल (Solution)- विभिन्न रासायनिक पदार्थों के संपर्क के कारण चट्टानों में स्थित पदार्थ घुल जाते हैं और उनमें परिवर्तन हो जाता है।
- (ग) अवसादी चट्टान तथा आग्नेय चट्टानों में अन्तर स्पष्ट कीजिए |
Ans- निचे
Hamari Duniya2 Class 7 निम्नलिखित अंतर हैं –
अपक्षय एवं अपरदन के विभिन्न साधनों द्वारा मौलिक चट्टनों के विघटन, वियोजन और टूटने से परिवहन तथा किसी स्थान पर जमाव के परिणामस्वरुप उनके अवसादों से निर्मित शैल को अवसादी शैल (sedimentary rock) कहा जाता हैं।
आग्नेय शैल (अंग्रेज़ी: Igneous rock) वे शैल हैं जिनकी रचना धरातल के नीचे स्थित तप्त एवं तरल चट्टानी पदार्थ, अर्थात् मैग्मा, के सतह के ऊपर आकार लावा प्रवाह के रूप में निकल कर अथवा ऊपर उठने के क्रम में बाहर निकल पाने से पहले ही, सतह के नीचे ही ठंढे होकर इन पिघले पदार्थों के ठोस रूप में जम जाने से होती है।
- (घ) पत्थरों का उपयोग कहाँ-कहाँ होता है? सूची बनाइए |
Ans- निचे
पत्थरों का उपयोग पहले घर, महल, कोठी और किला बनाने में होता था | वाराणसी के प्रायः सभी प्राचीन भवन पत्थर के ही बने हैं | आज भी झारखण्ड में पत्थरों का उपयोग घर तथा चहार-दीवार बनाने में होता है | वैसे आम तौर पर सरक बनाने मकानों का छत बनाने तथा फर्श को पक्का करने के लिए विभिन्न आकारों के पत्थरों का उपयोग होता है |
-
(च) छत की धलाई में कौन सा पत्थर इस्तेमाल होता है?
Ans – निचे
छत की ढलाई में स्लेट पत्थर इस्तेमाल होता है
यह अपने स्थायित्व और आकर्षक उपस्थिति के कारण छत, फर्श, और फ़्लैगिंग जैसे विभिन्न प्रकार के उपयोगों के लिए लोकप्रिय है। स्लेट मिट्टी के खनिजों या मीका से बना है, जो कि मेटामोर्फिज़्म की डिग्री पर निर्भर करता है
- (छ) उन खेलों की सूची बनाइए जिनमें पत्थरों का उपयोग होता है?
Ans – निचे
खो-खो, पोशम्पा, किट्ठु, पिट्ठू जैसे खेलों को याद किया जाये। … इसमें सात छोटे पत्थरों की जरूरत होती है; हर पत्थर का आकार दूसरे पत्थर से कम होना चाहिए
- iv. (ज) चट्टानों के प्रकार और उनकी बनावट के बारे में लिखिए |
Ans – निचे
चट्टाने तीन प्रकार के होते है।
- आग्नेय चट्टान अथवा प्राथमिक चट्टान- आग्नेयचट्टानें पिघले हुए चट्टानीपदार्थ के ठंढे होकर जम जाने से बनती हैं। ये रवेदार भी हो सकती है और बिना कणों या रवे के भी। … पृथ्वी के धरातल की उत्पत्ति में सर्वप्रथम इनका निर्माण होने के कारण इन्हें ‘प्राथमिक शैल’ भी कहा जाता है।
2. अवसादी चट्टान परतदार चट्टान- अवसादी चट्टान से तात्पर्य है कि, प्रकृति के कारकों द्वारा निर्मित छोटी-छोटी चट्टानें किसी स्थान पर जमा हो जाती हैं, और बाद के काल में दबाव या रासायनिक प्रतिक्रिया या अन्य कारकों के द्वारा परत जैसी ठोस रूप में निर्मित हो जाती हैं। इन्हें ही ‘अवसादी चट्टान’ कहते हैं। अवसादी शैलों का निर्माण जल, वायु या हिमानी, किसी भी कारक द्वारा हो सकता है। इसी आधार पर अवसादी शैलें ‘जलज’, ‘वायूढ़’ तथा ‘हिमनदीय’ प्रकार की होती हैं।
अवसादी चट्टानें अधिकांशत: परतदार रूप में पाई जाती हैं।
इनमें वनस्पति एवं जीव-जन्तुओं के जीवाश्म बड़ी मात्रा में पाये जाते हैं।
इन चट्टानों में लौह अयस्क, फ़ॉस्फ़ेट, कोयला, पीट, बालुका पत्थर एवं सीमेन्ट बनाने की चट्टान पाई जाती हैं।
खनिज तेल अवसादी चट्टानों में पाया जाता है।
अप्रवेश्य चट्टानों की दो परतों के बीच यदि प्रवेश्य शैल की परत आ जाए, तो खनिज तेल के लिए अनुकूल स्थिति पैदा हो जाती है।
दामोदर, महानदी तथा गोदावरी नदी बेसिनों की अवसादी चट्टानों(rock) में कोयला पाया जाता है।
आगरा क़िला तथा दिल्ली का लाल क़िला बलुआ पत्थर नामक अवसादी चट्टानों से ही बना है।
प्रमुख अवसादी शैलें हैं- बालुका पत्थर, चीका शेल, चूना पत्थर, खड़िया, नमक आदि।
- रूपांतरित चट्टान अथवा कायांतरित चट्टान- आग्नेय एवं अवसादी शैलों में ताप और दाब के कारण परिर्वतन या रूपान्तरण हो जाने से कायांतरित शैल (metamorphic rock) का निमार्ण होता हैं। रूपांतरित चट्टानों (कायांतरित शैल) पृथ्वी की पपड़ी के एक बड़े हिस्सा से बनी होती है और बनावट, रासायनिक और खनिज संयोजन द्वारा इनको वर्गीकृत किया जाता है|
- iv. (झ) पता करके लखिए कि निम्न भवन किन-किन पत्थरों से बने है |
रोहतास गढ़ का किला
लाल किला (दिल्ली)
पत्थर की मस्जीद (पटना)
विष्णुपद मंदिर (गया)
आगरा का किला
कुतुबमीनार
विशाल बुध्द मूर्ती गया
Ans – निचे
रोहतास गढ़ का किला – बहुआ पत्थर
लाल किला (दिल्ली) – लाल बलुआ पत्थर
पत्थर की मस्जीद (पटना) – बलुआ पत्थर
विष्णुपद मंदिर (गया) – काला बलुआ पत्थर
आगरा का किला – लाल बलुआ पत्थर
कुतुबमीनार – बलुआ पत्थर
विशाल बुध्द मूर्ती गया – काला बलुआ पत्थर