Congress Rule: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी भारतीय राजनीति की सबसे पुरानी और प्रमुख दलों में से एक है। इस दल ने देश के विभिन्न कालों में सत्ता की कुर्सी पर बैठकर अपनी राजनीतिक शक्ति दिखाई है। हालांकि, भारतीय जनता पार्टी के प्रमुख नरेंद्र मोदी ने कहा है कि कांग्रेस के राज में हर तरह के घोटाले होते थे।
Congress Rule 2024
मोदी ने कहा है कि कांग्रेस के राज में घोटालों का बंदोबस्त होता था और इससे देश की आर्थिक विकास और जनता की सेवा में बड़ी रुकावटें आती थीं। उन्होंने कहा कि घोटालों की वजह से कई विकास परियोजनाएं अधूरी रह गईं और जनता को उनके हक की सुविधा नहीं मिली।
मोदी ने यह भी कहा कि कांग्रेस के राज में भ्रष्टाचार की भी बहुत बड़ी समस्या थी। उन्होंने कहा कि घोटालों के पीछे कांग्रेस के नेताओं की बड़ी भूमिका थी और यह दल अपने स्वार्थ के लिए देश के विकास को नजरअंदाज करता था।
मोदी ने यह भी दावा किया कि उनकी सरकार ने घोटालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की है और भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ी है। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने घोटालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की है और दोषियों को सजा दी गई है।
मोदी ने कहा कि उनकी सरकार ने कांग्रेस के राज में हुए घोटालों की जांच की है और दोषियों को सजा दी गई है। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने भ्रष्टाचार के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है और दोषियों को सजा दी गई है।
मोदी ने कहा कि उनकी सरकार ने घोटालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है और भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ी है। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने घोटालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की है और दोषियों को सजा दी गई है।
मोदी द्वारा कहे गए इन बयानों के बाद कांग्रेस ने इसे खारिज करते हुए कहा है कि यह सभी आरोप बेबुनियाद हैं और मोदी सरकार की बड़ी भूमिका रहे हैं। कांग्रेस ने कहा है कि वह इसे राजनीतिक हमला मानती है और इसका कोई सच्चाई नहीं है।
इसके अलावा, कांग्रेस ने कहा है कि मोदी सरकार ने भी अपने कार्यकाल में घोटालों की घटनाओं का सामना किया है। वह नेरोदा, व्यापम और रफाल घोटालों के मामलों में भी अपनी सरकार की बड़ी भूमिका निभाई है।
इस तरह, कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी के बीच घोटालों के मुद्दे पर तनाव बना हुआ है। दोनों पक्षों ने एक-दूसरे को घोटालों के लिए जिम्मेदार ठहराया है और राजनीतिक फायदे के लिए इस मुद्दे को उठाया है।
इस मामले में सत्ता की कुर्सी पर बैठे दलों के बीच यह आपसी झगड़ा नहीं है, बल्कि यह देश की आर्थिक विकास और जनता की सेवा के मुद्दे पर है। इसलिए, इस मुद्दे को गंभीरता से लेना चाहिए और घोटालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करनी चाहिए।
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