Criminal Law: एक जुलाई से लागू होंगे नए आपराधिक कानून 2024

Criminal Law: भारतीय न्यायिक प्रणाली में एक महत्वपूर्ण बदलाव आने जा रहा है। एक जुलाई 2021 से लागू होने वाले नए आपराधिक कानून के तहत कई संशोधन होंगे जो भारतीय समाज के लिए एक महत्वपूर्ण कदम हैं। इस नए कानून के माध्यम से अपराधियों के खिलाफ कठोरतम से कठोर सजा का प्रावधान किया गया है।

Criminal Law 2024

इस नए आपराधिक कानून का मुख्य उद्देश्य सामाजिक सुरक्षा को बढ़ाना है। इसके तहत अपराधियों के खिलाफ तेजी से कार्रवाई की जाएगी और उन्हें सख्त से सख्त सजा दी जाएगी। यह कानून अपराधियों को डराने और जनता को सुरक्षित महसूस कराने का प्रयास करेगा।

नए आपराधिक कानून की एक महत्वपूर्ण विशेषता यह है कि इसके तहत अपराधियों को जल्दी से जल्दी सजा सुनाई जाएगी। पहले के कानून के मुकाबले इसमें कार्रवाई की प्रक्रिया में कई संशोधन किए गए हैं जिससे अपराधियों को सजा का सामर्थ्य जल्दी मिलेगा। इसके अलावा, इस कानून में अपराधियों के खिलाफ गवाहों के संख्या में भी वृद्धि की गई है। यह सुनिश्चित करेगा कि अपराधियों को जल्दी से सजा मिले और उनकी कार्रवाई करने के लिए पर्याप्त सबूत हों।

नए आपराधिक कानून के तहत कई अपराधों के लिए नई सजा प्रावधान शामिल किए गए हैं। इसमें जानलेवा हमले, बलात्कार, द्रोह, आतंकवाद, जालसाजी, नकली सिक्के बनाना, नकली दस्तावेज बनाना, नकली ब्रांडेड उत्पाद बेचना, नकली आईडी बनाना और नकली पासपोर्ट बनाना जैसे अपराध शामिल हैं। इन अपराधों के लिए नए कानून के तहत कठोर सजा का प्रावधान किया गया है जो अपराधियों को डराने के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।

इसके अलावा, नए आपराधिक कानून में अपराधियों के खिलाफ तेजी से कार्रवाई करने के लिए नए न्यायिक प्रक्रिया को भी शामिल किया गया है। इससे अपराधियों को बिना किसी देरी के सजा मिलेगी और उनकी कार्रवाई को अवधि नहीं मिलेगी। यह नया सिस्टम न्यायिक प्रक्रिया को और अधिक प्रभावी और तेज़ बनाएगा।

इस नए आपराधिक कानून के तहत न्यायिक प्रक्रिया को और तेज़ और प्रभावी बनाने के साथ-साथ अपराधियों को जल्दी से सजा मिलने की सुनिश्चित की गई है। यह नए कानून का प्रमुख उद्देश्य है कि अपराधियों को डराने और समाज को सुरक्षित महसूस कराने का प्रयास किया जाए। यह एक महत्वपूर्ण कदम है जो भारतीय समाज को और सुरक्षित बनाने का लक्ष्य रखता है।

दैनिक जागरण के ऑफिसियल वेबसाइट पर जाने के लिए यहाँ क्लिक करें 

दैनिक जागरण को pdf में डाउनलोड करने के लिए यहाँ क्लिक करें 

पिछला आर्टिकल पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें