Government School: वर्तमान में दुनिया एक महामारी के सामने खड़ी है और इस महामारी के कारण शिक्षा क्षेत्र पर भी गहरा प्रभाव पड़ा है। कोविड-19 ने देश भर में स्कूलों को बंद कर दिया है और इससे शिक्षकों पर भी असर पड़ रहा है। अब सवाल यह है कि सरकार कब और कैसे स्कूलों को खोलेगी और शिक्षकों को काम पर वापस बुलाएगी?
Government School 2024
कोविड-19 महामारी के कारण देशभर में लॉकडाउन लगा हुआ है और इससे स्कूलों की गतिविधियों पर भी प्रभाव पड़ा है। शिक्षा मंत्रालय ने इस मामले में निर्देश जारी किए हैं और वे स्थिति के अनुसार स्कूलों को खोलने का निर्णय लेंगे।
अभी तक कई राज्यों ने स्कूलों को खोलने का निर्णय लिया है, लेकिन इसमें कई शर्तें और प्रोटोकॉल्स हैं जिनका पालन किया जाना चाहिए। कई राज्यों में स्कूलों को खोलने के लिए वैक्सीनेशन का अभियान चल रहा है और शिक्षकों को पहले प्राथमिकता दी जा रही है। इसके अलावा, स्कूलों में सामाजिक दूरी, मास्क पहनना और सैनिटाइजेशन के नियमों का पालन किया जाना चाहिए।
शिक्षकों को भी स्कूलों को खोलने के लिए तैयार रहना चाहिए। वे अपने स्कूलों के नियमों और प्रोटोकॉल्स के बारे में अवगत होने चाहिए और उन्हें पूरी ईमानदारी से पालन करना चाहिए। शिक्षकों को भी वैक्सीनेशन का लाभ लेना चाहिए ताकि वे सुरक्षित रह सकें और अपने छात्रों को भी सुरक्षित रख सकें।
सरकार के लिए भी महत्वपूर्ण है कि वे स्कूलों को खोलने के लिए सभी आवश्यक उपकरण और संसाधन प्रदान करें। वे शिक्षकों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित कर सकते हैं ताकि वे स्कूलों को सुरक्षित रख सकें और अच्छी शिक्षा प्रदान कर सकें।
शिक्षा क्षेत्र में शिक्षकों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है और उनके बिना स्कूलों का कार्य संचालित करना मुश्किल हो जाता है। शिक्षकों को उच्च मान्यता और सम्मान के साथ देखा जाना चाहिए और सरकार को उनकी जरूरतों का ध्यान रखना चाहिए।
आखिरी शब्द में, सरकार को यह सुनिश्चित करना होगा कि स्कूलों को खोलने के निर्णय में छात्रों और शिक्षकों की सुरक्षा को पहले स्थान पर रखा जाए। उचित प्रोटोकॉल्स का पालन करते हुए और वैक्सीनेशन के लाभ का उठाते हुए, सरकार शिक्षा क्षेत्र को फिर से सकारात्मक रूप से चला सकेगी और शिक्षकों को उनके कार्य पर लौटा सकेगी।
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